अघोरी दुनिया एक काली दुनिया का सच है जो हमारे ही भारत में एक बहत ही प्राचीन पंथ है और यह पंथ अघोरे पंथ के नाम से प्रसिद्ध है ,पर क्या यह एक ऐसा रास्ता है ज इससे भगति तक पहुंचा जा सकता है कभी नहीं क्योकि आत्मा मार्ग ज्ञान का मार्ग है और केवल ज्ञान के मार्ग के द्वारा ही उस प्रभु को जाना और पाया जा सकता है और किसी रस्ते से नहीं ,यह ऐसे लोग है जो न सिर्फ़ में दाल रहे है बल्कि की ऐसा जीवन जी रहे है जिसका न तो कोई समाज को फाइदा है न ही है ,पर हम तो इस पर यही कह सकते है ऐसा करना ही गलत है और ऐसा जीवन भी भला किस काम को जिसमे कोई ज्ञान भी न हो ,ऐसे लोग जो हरिद्वार के आस पास आप को मिल जाते है और वहा से यह कई तरह के ऐसे काम करते है जिस पर हमे ऐसा लगता है की क्या यह भी कोई इंसानियत है ,जैसे नदी में से कोई लाश अति हो तो उस लाश को निकल कर खाना ही उसका मकसद होता है ,अब्ब भगति का लाश निकल कर खाने से क्या सरोकार यह तो एक बहुत ही बड़ा अप्राद है जिसको यह लोग करते है पर हमारे देश की सरकार सोती है और यह सब काम होने दे रही है इस लिए यही भी एक सरकार की जिमेदारी है की इसको को अधिक से अधिक रोक जाये और हमारे समाज को जागृत किया जाये ,,,गुरबानी में सच का ज्ञान परगट है और भी कई ग्रन्थ है जिसमे सच का ज्ञान है ,,,लोगो को सच का मार्ग ही अपनाना चाहिय न की ऐसा मार्ग जिसमे कोई भी अंधकार में डूब कर अपनी पूरी लाइफ ही बर्बाद कर ले पर ऐसा कर पाना सभी लोगो की लिए मुमकिन नहीं है क्योकि लोगो की अंध शारदा इक लोगो पर होती है और वो अनपढ़ अपितु पढ़े लिखे लोग भी इन सब बो में फस जाते है ,यह पाखंडी जादू टोन के नाम से लोग को ठगने का काम करते है और खूब दारू रात में पीते है और अपनी साडी जिंदगी इन्ही कामो में बिता देते है जिसका फल इसको हमेह्सा ही भुगतना होता है भुगतना होता है , बस यही वो लोग है जिनमे से कई लोगो का कतल तक कर देते है ,
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