आत्मा क्या है ,असल में हम लोग सभी इस बारे में बहुत बात करते रहते है की आत्मा क्या है। मगर अभी तक कोई भी इस बारे में सप्स्ष्ट रूप से कोई भी तारक सामने रख नहीं पाया है पाया है की इस बात को हम मान सके। पर फिर भी तारक की कसोटी पर परख करने के बाद हम जान सकते है की अगर हमारे अंदर आत्मन है तभी हम सभी काम ठीक से कर पता है अब हमे इसी बात को देख लेना चाइये की आत्मा के बिना जे सरीर हरकत नहीं कर सकता। मरने के बाद भी हमारे सभी तत्व सामान रूप में सरीर से अलग होते है। मिटटी वही पर रहती है पर वो मिटटी अब बोल नहीं सकती न कुश काम कर सकती है क्योकि जिस वजह से वो जे सब काम कर रही थी उसी का नाम चेतना था और इसी से हम सब बोलते और चलते है। इसी आत्मा से ही हमारे सभी काम पूरे होते है। नहीं तो सरीर की खत्म होने के बाद भी यह तत्व मजूद रहता है क्योकि यह परम तत्व है। जिससे कभी खत्म नहीं किया जा सकता है। आत्मा अगले सरीर की और चल पड़ती है क्योकि ज्ञान इसको सरीर में ही प्रपात हो सकता है कही और से नहीं असल में यही इस का मूल कारन है की चेतना हमेशा नया सरीर धारण करती रहती है क्योकि इसको हमेशा ही ज्ञान चाहिए। इस बात पर भी बहुत सी शोद चल रहे है पर साइंस नहीं जान पायेगी क्योकि उस का विषा केवल बहरमुखी है अंतर मुखी नहीं है।
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